Sep 19, 2009

समीर जी की उड़न तश्तरी से...(साभार )

इसे "उड़न तश्तरी" से लिया गया है :View POST




बदला बहुत जमाना बेटा
घर की लाज बचाना बेटा.

नर नारी सब एक बराबर
बीबी लड़की लाना बेटा.

होटल मंहगे बहुत हुए हैं
खाना घर पर खाना बेटा.

देर लगे गर घर आने में,
मिस्ड कॉल भिजवाना बेटा.

मिलता कर्जा, लेना उतना
जितना तुम भर पाना बेटा.

क्या पाओगे पढ़ लिख कर तुम
नेता तुम बन जाना बेटा.

खेल कूद में नाम कमा कर
फिल्में भी अजमाना बेटा.

बूढ़े अम्मा बाबा से भी
मिलने को तुम आना बेटा.

पोता कितना बड़ा हुआ है
फोटो तो भिजवाना बेटा.

बच्चे तेरे इंग्लिश बोलें
हिन्दी भी सिखलाना बेटा.

कुछ सालों में तुम बच्चों को
यही मेल भिजवाना बेटा.

-समीर लाल ’समीर’